राष्‍ट्रीय

S. Jaishankar: टैरिफ और टेक्नोलॉजी बने नए हथियार! Jaishankar ने खोले अमेरिका-चीन रिश्तों के राज

विदेश मंत्री S. Jaishankar ने ‘कार्नेगी ग्लोबल टेक समिट 2025’ में भाग लेते हुए बताया कि बीते एक साल में दुनिया की तकनीकी और भू-राजनीतिक स्थितियों में बड़ा बदलाव आया है अमेरिका की सोच में आए इस बदलाव का गहरा असर खासकर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में देखने को मिल रहा है

ट्रंप की नीति और तकनीक का नया रिश्ता

जयशंकर ने कहा कि अमेरिका की ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ नीति और टेक्नोलॉजी के बीच अब एक साफ और सीधा संबंध दिखने लगा है पहले यह बात इतनी स्पष्ट नहीं थी लेकिन अब यह अमेरिका की ताकत बन गई है और वैश्विक विकास में भी इसकी अहम भूमिका है

चीन की तरक्की और यूरोप की चिंता

उन्होंने कहा कि सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि चीन भी पिछले एक साल में लगातार प्रगति कर रहा है साथ ही यूरोप में भी बड़ा बदलाव देखने को मिला है जहां पहले अमेरिका रूस और चीन के साथ संतुलित संबंध थे अब उस त्रिकोणीय संतुलन पर दबाव बढ़ रहा है

Air Defense Systems: पाकिस्तान के मिसाइल हमले को एस 400 ने कैसे किया नाकाम? जानिए इस ताकतवर डिफेंस सिस्टम की कहानी
Air Defense Systems: पाकिस्तान के मिसाइल हमले को एस 400 ने कैसे किया नाकाम? जानिए इस ताकतवर डिफेंस सिस्टम की कहानी

तकनीक के साथ अब टैरिफ भी चर्चा में

जयशंकर ने हल्के अंदाज में कहा कि इस समिट में लोग एक खास ‘टी’ शब्द यानी टेक्नोलॉजी पर चर्चा करने आए हैं लेकिन अब एक और ‘टी’ शब्द यानी टैरिफ भी उतना ही अहम हो गया है और दुनिया के बदलते माहौल में इन दोनों के बीच गहरा रिश्ता बनता जा रहा है

 ‘संभावना’ के जरिए भारत की वैश्विक सोच

कार्यक्रम की थीम ‘संभावना’ की तारीफ करते हुए जयशंकर ने कहा कि यह भारत की उस सोच को दर्शाती है जो बदलती दुनिया को एक अवसर के तौर पर देखती है भारत आज न सिर्फ तकनीक के क्षेत्र में बढ़ रहा है बल्कि वैश्विक मंच पर अपनी सोच और नजरिए को भी मजबूती से रख रहा है

Back to top button